कायमगंज। गिहार बस्ती में मंगलवार की देर रात तैयारी करते समय लगी आग से तीन आशियाने की गृहस्थी जलकर राख हो गई। बच्चे को बचाने के प्रयास में उसकी मां गंभीर रूप से झुलस गई। किसी तरह मोहल्लेवासियों ने आग पर काबू पाया।
श्यामनगर आग लगने से तीन घरों का परिवार जलकर राख हो गया
ग्राम श्यामनगर निवासी पप्पू की पत्नी ममता मंगलवार की रात करीब नौ बजे चैंबर के सामने आराम कर रहे छप्पर में तवे पर खाना बना रही थी। उन्होंने भुनी हुई दाल में स्वाद लाने के लिए कड़ाही में तेल गर्म किया. किसी तरह तवे की चिंगारी से छप्पर में आग लग गई। छत से धुआं निकलने लगा तो हड़कंप मच गया।
पप्पू ने अपना ई-रिक्शा लेकर आवास खाली कर दिया था। धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। इसके बाद आग आसपास के सुंदर व छोटू के घर तक फैल गयी. आग लगने से मोहल्ले में अफरा-तफरी मच गई। बगल के टोले में रहने वाले लोगों ने सबमर्सिबल चलाकर किसी तरह आग पर काबू पाया। सूचना पर पुलिस पहुंच गई। कमरे में पप्पू की आठ वर्षीय बेटी रिया सो रही थी। वह आग की लपटों से घिरी हुई थी. उसकी मां ममता उसे निकालने के लिए आग के घेरे में घुस गई। ममता रिया को गोद में उठाए बाहर निकली.
इस दौरान मां ममता गंभीर रूप से झुलस गई। पुलिस ने झुलसी ममता को सीएचसी में भर्ती कराया। वहां से उसे लोहिया अस्पताल भेज दिया गया। ममता बुधवार सुबह अस्पताल से अपने अपार्टमेंट गईं। वह जले हुए अवशेषों में से आखिरी वस्तुएँ बाहर खींच रही थी। बच्चे अधजले सामान निकाल रहे थे। पप्पू ने दावा किया कि इस आग से 30 हजार रुपये, बच्चों का साहित्य, टीवी, पंखा, बासीनेट, खाट समेत अन्य घरेलू सामान जल गये. सुंदर के घर घरेलू सामान समेत 9 हजार रुपए का पानी